भारत में डिजिटल भुगतान मौजूदा समय में सबसे हो रहा है. यह सुविधा, फ़ास्ट और सुरक्षित है जिसके कारण करोड़ों लोग रोजाना इसका इस्तेमाल कर रहे है. लेकिन 1 अगस्त 2025 से NPCI (National Payments Corporation of India) द्वारा UPI के कुछ नियमों में बदलाव किए गए हैं, जो आम Users से लेकर व्यापारियों तक सभी को प्रभावित करेगा.
अगर आप UPI का उपयोग करते है तो UPI में हुए बदलाव को जानना आवश्यक है. क्योकि इसमें कुछ ऐसे बदलाव हुई है जो आपके फायदे के लिए है और कुछ ऐसे जो आपके सुरक्षा के लिए है. इस लेख में हमने UPI नियम का पूरा विवरण डिटेल्स में दिया है. देखे UPI नियम एवं नए बदलाव विस्तार से.
🧾 1 UPI लेनदेन की लिमिट
- अब अधिकतम 2 लाख रूपये प्रति दिन लेनदेन कर सकते है.
- लेकिन उच्च जोखिम वाले अकाउंट पर अधिकतम 1 लाख रूपये प्रति दिन भेजा जा सकता है.
- कुछ मर्चेंट कैटेगरी जैसे बीमा, म्यूचुअल फंड, क्रेडिट कार्ड भुगतान के लिए 5 लाख रूपये प्रति दिन की सीमा तय की गई है.
💰 2 बड़ी राशि पर अतिरिक्त सुरक्षा
50,000 रुपये से अधिक के ट्रांजैक्शन पर इस प्रकार के सुरक्षा निर्धारित की गई है.
- पैसा ट्रांजैक्शन करने पर OTP अनिवार्य हो गया है.
- अगर OTP की सुविधा नही है तो बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन करना होगा.
📲 3 UPI लाइट में बड़ा बदलाव
- अब UPI लाइट के माध्यम से एक बार में 1,000 रूपये तक का ट्रांजैक्शन कर पाएँगे, जो पहले केवल 500 रूपये तक ही था.
- UPI लाइट को अब ऑफ़लाइन मोड में भी उपयोग किया जा सकता है, अर्थात, बिना इंटरनेट के भी भुगतान कर सकते है.
- पहले यह सुविधा उपलब्ध नही था, अर्थात पहले नेट होने पर ही इसका उपयोग करते थे.
💼 4 मर्चेंट को UPI पेमेंट पर MDR
अब कुछ व्यवसायों पर MDR चार्ज लागू किया गया है, अर्थात इस सुविधा का उपयोग कर ट्रांजैक्शन करने पर चार्ज लगेगा. जो इस प्रकार है:
- क्रेडिट कार्ड से किए गए UPI ट्रांजैक्शन पर 0.5% तक MDR लगेगा.
- डेबिट कार्ड लिंक्ड UPI पर अभी भी कोई MDR नहीं लागू नही है.
- यह चार्ज ग्राहकों पर लागू नही है केवल व्यापारियों पर लागू है.
⏳ 5 इनएक्टिव UPI अकाउंट बंद होगा
- अगर आपका UPI अकाउंट पिछले 1 साल से बंद है अर्थात उसका उपयोग नही कर रहे है तो वह अकाउंट ऑटोमेटिक बंद हो जाएगा.
- उसी अकाउंट को दुबारा शुरू करने के लिए फिर नए से रजिस्ट्रेशन करना होगा.
- ध्यान दे, अगर दुबारा रजिस्ट्रेशन करने में कोई असुविधा होती है तो कस्टमर केयर से संपर्क करना होगा.
✅ 6 बैलेंस चेक करने का नियम
- अब किसी एक यूपीआई ऐप से एक दिन केवल 50 ही बैंक बैलेंस चेक कर पाएँगे.
- अगर आप एक से अधिक UPI चलाते है तो प्रत्येक ऐप पर 50 बार ही बैलेंस चेक किया जा सकता है.
- एनपीसीआई ने सलाह दिया है कि पीक आवर्स यानि सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे और शाम 5 बजे से रात 9:30 बजे के दौरान बैलेंस चेक करने से बचें.
- अनुमान से कोई भी यूजर अपना बैंक बैलेंस एक दिन में इतना बार चेक नही करता होगा. इसलिए यह नियम उतना प्रभाव नही डालेगा.
ध्यान दे: अब एक यूपीआई ऐप पर अधिकतम 25 बैंक अकाउंट ही लिख कर सकते है. NPCI के अनुसार एक ऐप में 25 अकाउंट पर्याप्त है.
📞 7 हेल्पलाइन और शिकायत प्रक्रिया
- UPI नए नियम 2025 के अनुसार अब UPI से संपर्क करना आसान हो गया है.
- अब किसी भी स्थिति में https://www.npci.org.in/get-in-touch पर जाकर अपना कंप्लेंट आसानी से कर सकते है.
- अगर पहले से कंप्लेंट दायर कर रखा है तो https://www.npci.org.in/user-complaint-status से उसका स्टेटस चेक कर सकते है कि आवेदन पर अभी तक कोई एक्शन हुआ है या नही.
- UPI हेल्पलाइन नंबर1800-120-1740 है जिसपर कॉल कर 24×7 सहायता प्राप्त कर सकते हैं.
🧠 UPI नए नियम के यूजर्स को सुझाव
- 50,000 से अधिक भुगतान करते समय नेटवर्क, अकाउंट, पेमेंट आदि पर अतिरिक्त ध्यान रखे.
- इनएक्टिव अकाउंट को चालू रखें या उससे ट्रांजैक्शन समय-समय पर करते रहे.
- अज्ञात ऐप्स या संदिग्ध लिंक से UPI पेमेंट करने से बचे.
- किसी भी कॉल पर अपना OTP या UPI पिन किसी को भी न बताए.
- फ्रॉड लेनदेन पर तत्काल नोटिफिकेशन और अकाउंट या पेमेंट ब्लॉक की सुविधा लागू की गई है.
- अगर यूजर्स, बैंक, ऐप्स आदि इन नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो API बैन, पेनल्टी या अन्य सख्त कार्रवाई हो सकती है.
- अपनी सुरक्षा अपने हाथ में है, सतर्क रहे, सुरक्षित रहे.
1 अगस्त 2025 से लागू UPI के ये नए नियम डिजिटल ट्रांजैक्शन को और भी सुरक्षित और फ़ास्ट बनाने के उद्देश्य से लाए गए हैं. अगर आप UPI का इस्तेमाल करते हैं, तो इन नियमों ध्तायान में रखे ताकि आप किसी भी परेशानी से बच सकें. इस संबंद में अधिक जानकारी प्राप्त करने हेतु अधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करे.
FAQs
नहीं, सामान्य व्यक्ति पर UPI से लेनदेन करने पर कोई चार्ज नही लगेगा. केवल कुछ मर्चेंट के ट्रांजैक्शन पर MDR चार्ज लगेगा.
हाँ, लेकिन इसके लिए ऐप को अपडेट करना होगा ताकि नए नियम ऐप में अपडेट हो सके.
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) ने निम्न बदलाव लागू किए हैं:
लेनदेन फ़ास्ट और सुरक्षित करना
एक यूपीआई ऐप पर एक दिन में 50 बार बैलेंस चेक करने की सीमा
ऑटो-डेबिट लेनदेन केवल गैर-पीक आवर्स (सुबह 10 बजे से पहले, दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे के बीच, और रात 9:30 बजे के बाद) में होंगे.
लेनदेन से पहले लाभार्थी का रजिस्टर्ड नाम दिखाना अनिवार्य.
प्रति ऐप 25 बैंक खातों को लिंक करने की सुविधा.
पेंडिंग लेनदेन की चेक करने के लिए 3 अटेम्प्ट , आदि.
यूपीआई से 1 महीने में आप कितने ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, इसके लिए कोई नियम तय नही है. लेकिन कुछ बैंक एक दिन में 10 से 20 ट्रांजैक्शन करने की अनुमति देते है.
एक ही मोबाइल नंबर से आप कई यूपीआई ऐप जैसे Google Pay, PhonePe, Paytm, BHIM आदि चला सकते हैं, और हर ऐप में आप एक से ज़्यादा बैंक अकाउंट भी जोड़ सकते हैं.
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