भारत के लगभग सभी बैंक अपने ग्राहकों के लिए दो प्रकार के अकाउंट खोलने का ऑफर देती है. पहला सेविंग अकाउंट खाता और दूसरा करंट अकाउंट. सेविंग अकाउंट एक ऐसा अकाउंट होता है जिसमे लिमिट से अधिक पैसा का लेन देन नही कर सकते है. लेकिन करंट अकाउंट ऐसा अकाउंट है, जिसमें लेनदेन पर कोई सीमा नहीं है. क्योकि बैंक इन खातों में लगी हुई राशि पर कोई ब्याज नहीं देते हैं. जिससे केवल व्यापार की सुविधा के लिए करंट अकाउंट खोले जाते हैं.
करंट अकाउंट के माध्यम से अधिक से अधिक पैसो का लेन देन कर सकते है. यदि आप भी current अकाउंट खोलना चाहते है, तो इसके लिए विभिन्न डॉक्यूमेंट की आवश्यता होती है. इस पोस्ट में करंट अकाउंट ओपन करने के लिए सभी रिक्वायर्ड डॉक्यूमेंट की जानकारी को उपलब्ध किया गया है जिसे एकत्र कर आसानी से करंट अकाउंट खुलवा सकते है.
करंट अकाउंट क्या है
करंट अकाउंट को चालू खाता भी कहा जाता है. यह खाता कई सुविधाएं प्रदान करता है जो इसे व्यवसायों के लिए विशेष रूप से उपयोग किया जाता हैं, जिससे व्यापार करने के लिए अधिक से अधिक पैसे का लेन देन किया जा सके. क्योकि करंट खातों में जमा और निकासी की कोई सीमा नहीं होती है.
करंट अकाउंट में ओवरड्राफ्ट की भी सुविधा मिलती हैं, जिससे खाताधारक अपनी जमा राशि से अधिक धनराशि निकाल सकते हैं. इसके लिए चेक बुक और एटीएम कार्ड जारी किए जाते हैं, जिससे वे आसानी से पैसो का भुगतान कर सकते हैं, या अपने पैसा को आसानी से निकाल सकते हैं.
करंट अकाउंट खोलने के लिए क्या क्या डॉक्यूमेंट चाहिए
यदि आप चालू खाता खोलावाना चाहते है तो निचे दिए गए निम्नलिखित डॉक्यूमेंट चाहिए. जो इस प्रकार है:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट
- मतदाता पहचान पत्र
- ड्राइविंग लाइसेंस
- बिजली का बिल
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- Business proof: व्यवसाय पंजीकरण प्रमाण या व्यापार लाइसेंस
करंट अकाउंट कैसे खुलवाए
- करंट अकाउंट खुलवाने के लिए सबसे पहले अपने बैंक ब्रांच में जाए.
- इसके बाद बैंक कर्मचारी से करंट अकाउंट ओपनिंग फॉर्म प्राप्त करे.
- आवेदन फॉर्म में दी गई सभी आवश्यक जानकारी सही तरीके से भरें.
- फॉर्म भरने के बाद बैंक द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेजों की फोटोकॉपी जमा करें.
- बैंक द्वारा खाता खोलने का निर्धारित न्यूनतम राशि जमा करें.
- ध्यान दे: यह राशि आपके द्वारा चुने गए बैंक खाता के प्रकार के आधार पर अलग अलग हो सकता है.
- बैंक द्वारा आपके आवेदन पत्र और दस्तावेजों की जांच किया जाएगा.
- इसके बाद बैंक अधिकारी द्वारा आपके खाते को खोल दिया जाएगा.
करंट अकाउंट खोलने के फायदे और नुकसान
फायदे
- करंट अकाउंट से अधिक से अधिक पैसो का लेन देन.
- करंट अकाउंट ओवरड्राफ्ट सुविधा प्रदान करता है.
- चेक बुक और एटीएम जारी करता है.
नुकसान:
- सेविंग अकाउंट के तुलना में कम ब्याज
- लेनदेन पर शुल्क लिया जाता है.
- ओवरड्राफ्ट पर ब्याज लिया जाता है.
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अक्सर पूछे जाने वाले समान्य प्रश्न: FAQ
करंट अकाउंट खोलने के लिए निम्नलिखित डॉक्यूमेंट चाहिए. जो इस प्रकार है: आधार कार्ड, पैन कार्ड,बिजली का बिल, राशन कार्ड, पासपोर्ट साइज़ फोटो, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, Business proof: व्यवसाय पंजीकरण प्रमाण या व्यापार लाइसेंस आदि.
करंट अकाउंट के लिए ऐसी कोई लिमिट नहीं है. करंट अकाउंट में मैक्सिमम बैलेंस की कोई लिमिट नहीं है. लेकिन सेविंग अकाउंट से महीने में किए जाने वाले ट्रांजेक्शन एक लिमिट होती है. जिससे अधिक का ट्रांजेक्शन नही कर सकते है.
करंट अकाउंट में मिनिमम बैलेंस 10 हजार रुपए होना चाहिए. क्योकि मेंटेन रखने का नियम बनाया गया है. इसलिए करंट अकाउंट में मिनिमम बैलेंस होना चाहिए.
चालू खाता खोलने के लिए बिजनेस पंजीकरण और लाइसेंस का होना आवश्यक है, क्योंकि अधिकांश बैंकों को व्यवसाय पंजीकरण और पहचान दस्तावेजों के प्रमाण की आधार पर ही चालू खाता खोलता है. इसलिए चालू खाता के लिए व्यवसाय की आवश्यकता होती है.