करंट अकाउंट ऐसा अकाउंट है, जिसमें लेनदेन पर कोई सीमा नहीं है. क्योकि बैंक इन खातों में रखी हुई राशि पर कोई ब्याज नहीं देती हैं, यह अकाउंट केवल व्यापार के लिए खोला जाता है. यदि आप Current अकाउंट खोलना चाहते है, तो इसके लिए डॉक्यूमेंट की आवश्यता होती है. पर्सनल डाक्यूमेंट्स, एड्रेस प्रूव के साथ बिज़नस सर्टिफिकेट, बिज़नस KYC प्रूव, टैक्स डिटेल्स आदि देना होगा. मैंने देखा है लोगो को करंट अकाउंट से जुड़े डाक्यूमेंट्स में परेशानी होती है. मैं इस लेख में करंट अकाउंट के लिए लगने वाले सभी डाक्यूमेंट्स की जानकारी दिया है जो अकाउंट ओपन करने में मदद करेगा.
करंट अकाउंट क्या है
करंट अकाउंट को चालू खाता भी कहा जाता है. यह खाता कई सुविधाएं प्रदान करता है जो इसे व्यवसायों के लिए विशेष रूप से उपयोग किया जाता हैं, जिससे व्यापार करने के लिए अधिक से अधिक पैसे का लेन देन किया जा सके. करंट खातों में जमा और निकासी की कोई सीमा नहीं होती है.
इस अकाउंट में ओवरड्राफ्ट की भी सुविधा मिलती हैं, जिससे खाताधारक अपनी जमा राशि से अधिक धनराशि निकाल सकते हैं. इसके लिए चेक बुक और एटीएम कार्ड जारी किए जाते हैं, जिससे वे आसानी से पैसो का भुगतान कर सकते हैं, या अपने पैसा को आसानी से निकाल सकते हैं.
जरुरी डॉक्यूमेंट
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट
- मतदाता पहचान पत्र
- ड्राइविंग लाइसेंस
- बिजली का बिल
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- Business Proof: व्यवसाय पंजीकरण प्रमाण या व्यापार लाइसेंस
ध्यान दे: करंट ओपन करने के लिए आपको बिज़नस से सम्बंधित सभी प्रकार के डाक्यूमेंट्स जो बैंक के लिए अनिवार्य है, प्रदान करना होगा. इसमें निम्न डाक्यूमेंट्स शामिल है:
- बिज़नस सर्टिफिकेट
- बिज़नस का एड्रेस प्रूव
- बिज़नस ओनर का केवाईसी
- टॅक्स रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट, आदि.
करंट अकाउंट के लिए आवेदन प्रक्रिया
- करंट अकाउंट ओपन करने के लिए सबसे पहले अपने बैंक ब्रांच में जाए.
- इसके बाद बैंक कर्मचारी से करंट अकाउंट ओपनिंग फॉर्म प्राप्त करे.
- आवेदन फॉर्म में दी गई सभी आवश्यक जानकारी सही तरीके से भरें.
- फॉर्म भरने के बाद बैंक द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेजों की फोटोकॉपी जमा करें.
- बैंक द्वारा खाता खोलने का निर्धारित न्यूनतम राशि जमा करें.
- ध्यान दे: यह राशि आपके द्वारा चुने गए बैंक खाता के प्रकार के आधार पर अलग अलग हो सकता है.
- बैंक द्वारा आपके आवेदन पत्र और दस्तावेजों की जांच किया जाएगा.
- इसके बाद बैंक अधिकारी द्वारा आपके खाते को खोल दिया जाएगा.
करंट अकाउंट खोलने के फायदे और नुकसान
फायदे
- करंट अकाउंट से अधिक से अधिक पैसो का लेन देन.
- करंट अकाउंट ओवरड्राफ्ट सुविधा प्रदान करता है.
- चेक बुक और एटीएम जारी करता है.
नुकसान:
- सेविंग अकाउंट के तुलना में कम ब्याज
- लेनदेन पर शुल्क लिया जाता है.
- ओवरड्राफ्ट पर ब्याज लिया जाता है.
इससे अधिक जानकारी हेतु बैंक शाखा या कस्टमर केयर अधिकारी से जरुर संपर्क करे. बैंक अपने सुविधा एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से नियम में समय-समय पर बदलाव करती रहती हिया.
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FAQ
करंट अकाउंट खोलने के लिए निम्नलिखित डॉक्यूमेंट चाहिए. जो इस प्रकार है: आधार कार्ड, पैन कार्ड,बिजली का बिल, राशन कार्ड, पासपोर्ट साइज़ फोटो, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, Business proof: व्यवसाय पंजीकरण प्रमाण या व्यापार लाइसेंस आदि.
करंट अकाउंट के लिए ऐसी कोई लिमिट नहीं है. करंट अकाउंट में मैक्सिमम बैलेंस की कोई लिमिट नहीं है. लेकिन सेविंग अकाउंट से महीने में किए जाने वाले ट्रांजेक्शन एक लिमिट होती है. जिससे अधिक का ट्रांजेक्शन नही कर सकते है.
करंट अकाउंट में मिनिमम बैलेंस 10 हजार रुपए होना चाहिए. क्योकि मेंटेन रखने का नियम बनाया गया है. इसलिए करंट अकाउंट में मिनिमम बैलेंस होना चाहिए.
चालू खाता खोलने के लिए बिजनेस पंजीकरण और लाइसेंस का होना आवश्यक है, क्योंकि अधिकांश बैंकों को व्यवसाय पंजीकरण और पहचान दस्तावेजों के प्रमाण की आधार पर ही चालू खाता खोलता है. इसलिए चालू खाता के लिए व्यवसाय की आवश्यकता होती है.
हाँ, कई बैंक करंट अकाउंट ऑनलाइन खोलने की सुविधा प्रदान करते हैं. लेकिन अधिकतर बैंक करंट अकाउंट ओपन करने हेतु बैंक शाखा जाने के लिए बोलते है. क्योंकि इस अकाउंट को ओपन करने से पहले बहुत से डाक्यूमेंट्स को वेरीफाई करना पड़ता है.